भगवान परशुराम -विष्णु का छठा अवतार।

परशुराम शिव के भक्त थे और उसे भगवान शिव से एक वरदान के रूप में एक परशु मिला था , इस प्रकार परशुराम नाम दिया गया था। शिव ने उन्हें युद्ध कौशल भी सिखाया था । एक बच्चे के रूप में परशुराम एक उत्सुक शिक्षार्थी थे और उन्होंने हमेशा अपने पिता ऋषि जमदगनी का पालन किया। परशुराम प्रथम योद्धा ब्राह्मण थे और उन्हें ब्रह्मक्षत्र्य भी कहा जाता है उनकी मां रेणुका देवी क्षत्रिय की बेटी थीं। हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को भगवान परशुराम की जयंती मनाई जाती है। धर्म ग्रंथों के अनुसार इसी दिन भगवान विष्णु के आवेशावतार परशुराम का जन्म हुआ था। Continue reading भगवान परशुराम -विष्णु का छठा अवतार।

कौन था ​महापंडित लंकाधीश रावण तथा किन कारणों से हुई उस विद्वान की मृत्यु।

रावण हिंदू पौराणिक कथाओं में प्रमुख राक्षसों में से एक है जिन्होंने लोकप्रिय अवतार राम के खिलाफ लड़ाई लड़ी। रावण प्रसिद्ध हिंदू महाकाव्य, रामायण में एक प्रमुख भूमिका निभाते हैं। रावण एक कुशल राजनीतिज्ञ, सेनापति और वास्तुकला का कुशाग्र होने के साथ-साथ तत्व ज्ञानी तथा बहु-विद्याओं के जानकार थे उन्हें मायावी इसलिए कहा जाता था कि वह इंद्रजाल, तंत्र, सम्मोहन और तरह-तरह के जादू का ज्ञान था। उसके पास एक ऐसा विमान था, जो अन्य किसी के पास नहीं था। इस सभी के कारण सभी उससे भयभीत रहते थे। Continue reading कौन था ​महापंडित लंकाधीश रावण तथा किन कारणों से हुई उस विद्वान की मृत्यु।

ऋषि विश्वामित्र क्षत्रिय से ब्राह्मण कैसे बने।

ऋषि विश्वमित्र एक बेहद प्रबुद्ध, ऋषि थे। कौशिकी नदी के किनारे उनका आश्रम हिमालय में था। वास्तव में कौशिकी विश्वमित्र की बड़ी बहन थी जो नदी बन गई। उसके करीब रहने के लिए, उन्होंने नदी के किनारे पर अपना आश्रम स्थापित किया। ऋषि बनने से पहले, विश्वमित्र एक शक्तिशाली राजा थे। वह कुष्नाथ और राजा गथी के पुत्र थे। कुश कबीले में पैदा होने के कारण, उन्हें कौशिक कहा जाता था। Continue reading ऋषि विश्वामित्र क्षत्रिय से ब्राह्मण कैसे बने।

हिंगलाज माता मंदिर – 51 शक्तिपीठों में से एक जो स्थित है बलूचिस्तान, पाकिस्तान में।

पाकिस्तान के बलूचिस्तान के रेगिस्तान में कराची शहर के लगभग दो सौ किलोमीटर पश्चिम में हिंदू देवी हिंगलाज का मंदिर हैं। हिंगलाज शक्तिपीठ 51 शक्तिपीठों में से एक है। हिन्दू धर्म के पुराणों के अनुसार जहाँ-जहाँ सती के अंग के टुकड़े, धारण किए वस्त्र या आभूषण गिरे, वहाँ-वहाँ शक्तिपीठ अस्तित्व में आये। ये अत्यंत पावन तीर्थस्थान कहलाये। ये तीर्थ पूरे भारतीय उपमहाद्वीप पर फैले हुए हैं। ‘देवीपुराण’ में 51 शक्तिपीठों का वर्णन है। भारत के करोड़ो हिंदुओं के लिए बलूचिस्तान का एक मंदिर श्रद्धा का केंद्र है। Continue reading हिंगलाज माता मंदिर – 51 शक्तिपीठों में से एक जो स्थित है बलूचिस्तान, पाकिस्तान में।

दुन‍िया में इकलौता मौत के देवता का मंदिर जहां अंदर जाने से डरते हैं लोग।

चौरासी मंदिर  भर्मौर शहर के केंद्र में स्थित है और 1400 साल पहले बनाए गए मंदिरों के कारण इसमें अत्यधिक धार्मिक महत्व है। यम देवता को समर्पित यह मंदिर हिमाचल के चम्बा जिले में भरमौर नामक स्थान पर स्तिथ है। यह जगह दिल्ली से करीब 500 किलोमीटर दूर स्तिथ है। यह मंदिर देखने में एक घर की तरह दिखाई देता है। इस मंदिर में एक खाली कक्ष भी है जिसे चित्रगुप्त का कक्ष कहा जाता है। चित्रगुप्त यमराज के सचिव हैं जो जीवात्मा के कर्मो का लेखा-जोखा रखते हैं। Continue reading दुन‍िया में इकलौता मौत के देवता का मंदिर जहां अंदर जाने से डरते हैं लोग।

हरिद्वार हिन्दुओं के सात पवित्र स्थलों में से एक।

हरिद्वार  उत्तराखंड के चार धामों के प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करता है। हरिद्वार की परिधि के भीतर स्थित ‘पंच तीर्थ’ या पांच तीर्थयात्रा, गंगाद्वारा (हर की पौरी), कुश्वार्ट (घाट), कंकल, बिल्वा तीर्थ (मानसा देवी मंदिर) और नील पर्वत (चंडी देवी) हैं। पौराणिक कथाओ में कहा जाता है कि राजा भागीरथ ने अपने पूर्वजों को मोक्ष प्रदान करने के लिए स्वर्ग से पृथ्वी पर गंगा नदी लाई थी यह भी कहा जाता है कि हरिद्वार को तीन देवताओं की उपस्थिति से पवित्र किया गया था ; ब्रह्मा, विष्णु और महेश। देवता विश्वासियों का मानना है कि हरिद्वार में पवित्र गंगा में डुबकी के बाद वे अपना उद्धार प्राप्त कर सकते हैं। हरिद्वार चार स्थानों में से एक है; जहां हर छह साल बाद अर्ध कुंभ और हर बारह वर्ष बाद कुंभ मेला होता है। Continue reading हरिद्वार हिन्दुओं के सात पवित्र स्थलों में से एक।

काला जादू एक प्राचीन रहस्यमयी विद्या।क्या यह सच में किसी इंसान की जिंदगी को तहस नहस कर सकता है।

दोस्तों नमस्कार आज हम बात करने जा रहे है काले जादू की क्या यह सच में किसी इंसान की ज़िंदगी को तहस नहस कर सकता है। क्या सच में किसी गुड़िया में सुई चुभो कर किसी व्यक्ति को नुकसान पहुँचाया जा सकता है। आइये तो हम आपको बताते है क्या है काले जादू के भयानक तथ्य। Continue reading काला जादू एक प्राचीन रहस्यमयी विद्या।क्या यह सच में किसी इंसान की जिंदगी को तहस नहस कर सकता है।

महाकाली की पूजा करने से मिलता है मनचाहा वरदान।

प्राचीन काल की बात है,सम्पूर्ण सृष्टी के जलमगन होने के बाद भगवान विष्णु शेषनाग की शय्या पर योगनिद्रा लीन में थे। तभी उसी समय अचानक, भगवान विष्णु के कान से मधु और कैटभ नाम के दो पराक्रमी असुर उत्पन्न हुए। यह दोनों असुर भगवान विष्णु की नाभि से उत्पन्न हुए कमल के फूल के ऊपर विराजमान ब्रह्मा जी को खाने के लिए उन्हें मारने का प्रयास करने लगे। जब ब्रह्माजी ने देखा कि दोनों असुर उन पर आक्रमण कर रहें हैं, तब उन्होंने अपनी रक्षा के लिये आदिशक्ति की स्तुति की और उनसे मदद मांगी । उन दोनों असुरों के वध हेतु माँ आदिसक्ति,फाल्गुन शुक्ला की द्वादशी को माँ महाकाली के रूप में अवतरित हुई। Continue reading महाकाली की पूजा करने से मिलता है मनचाहा वरदान।

हे भगवान अघोरी साधुओं की भयानक और रहस्यमय दुनिया।

अघोरी प्रमुख भारतीय परंपराओं में से एक है और तंत्र का सबसे चरम और आकर्षक रूप है। दत्तात्रेय, एक दिव्यात्मा जिसमें त्रिमुर्ती ब्रह्मा, विष्णु और शिव शामिल हैं, को इस सम्प्रदाय का संस्थापक माना जाता है। Continue reading हे भगवान अघोरी साधुओं की भयानक और रहस्यमय दुनिया।

मायोंग गांव की दुर्लभ कहानी। जिसे काले जादू का गढ़ माना जाता है।

भारत में काले जादू का प्रचलन यूं तो सदियों से रहा है। मगर असम का मायोंग गांव ऐसा है जिसे काले जादू का गढ़ माना जाता है। इस गांव का नाम लेने से भी आसपास के गांव वाले डरते हैं। यहां के हर घर में आज भी जादू किया जाता है। मान्यता है कि पूरे विश्व में काले जादू की शुरुआत इसी जगह से हुई थी। Continue reading मायोंग गांव की दुर्लभ कहानी। जिसे काले जादू का गढ़ माना जाता है।